पीरियड में प्रेगनेंसी हो सकती है क्या?

पीरियड्स में प्रेगनेंसी हो सकती है क्या यह कई लोगों का प्रश्न है ? प्रेग्नेंसी की संभावना एक ऐसा विषय है जिसे लेकर कई लोगों में भ्रम और सवाल होते हैं।पीरियड के दौरान बिना प्रोटेक्शन के संबंध बनाना प्रेगनेंसी नहीं हो सकती है। लेकिन यह पूरा सच नहीं है। पीरियड्स के दौरान पार्टनर के साथ सेक्स करने से प्रेगनेंसी हो सकती है, हालांकि इसकी संभावना काफी कम होती है। महिलाओं के मासिक धर्म चक्र और उससे जुड़े प्रजनन स्वास्थ्य को समझना होगा ताकि इस मुद्दे को स्पष्ट किया जा सके।

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1. मासिक धर्म चक्र क्या है?

मासिक धर्म चक्र एक नियमित शारीरिक प्रक्रिया है जो सामान्यतः हर 28 दिनों में होती है, हालांकि, यह 21 से 35 दिनों के बीच भी हो सकती है। इस चक्र को चार चरणों में विभाजित किया जा सकता है: –

मासिक धर्म –

यह वह समय है जब महिला का गर्भाशय अपनी परत को निकाल देता है, जिससे रक्तस्राव होता है। यह आमतौर पर 3 से 7 दिनों तक चलता है।

फॉलिक्युलर चरण –

इस चरण में, अंडाशय में फॉलिकल्स (कूप) विकसित होते हैं, और अंततः इनमें से एक अंडाणु (एग) परिपक्व होता है।

ओव्यूलेशन-

इस चरण में परिपक्व अंडाणु अंडाशय से निकलता है और फैलोपियन ट्यूब में चला जाता है। यह चक्र का सबसे महत्वपूर्ण समय होता है जब प्रेग्नेंसी की संभावना सबसे अधिक होती है। यह आमतौर पर चक्र के मध्य में होता है, यानि 14वें दिन के आसपास।

ल्यूटियल चरण –

ओव्यूलेशन के बाद यह चरण शुरू होता है। अगर अंडाणु निषेचित नहीं होता है, तो शरीर की हार्मोनल गतिविधियाँ गर्भाशय की परत को तोड़ने की तैयारी करती हैं, और चक्र पुनः मासिक धर्म से शुरू हो जाता है।

2. पीरियड्स के दौरान प्रेग्नेंसी की संभावना –

आमतौर पर, पीरियड्स के दौरान प्रेग्नेंसी की संभावना कम मानी जाती है, क्योंकि यह समय चक्र का वह हिस्सा होता है जब अंडाशय में कोई अंडाणु उपलब्ध नहीं होता है। लेकिन कुछ परिस्थितियों में, यह संभव हो सकता है:

पीरियड्स के दौरान प्रेग्नेंसी की संभावना

अंडाणु का जीवनकाल –

ओव्यूलेशन के दौरान रिलीज़ हुए अंडाणु का जीवनकाल लगभग 24 घंटे होता है। यदि महिला का मासिक चक्र छोटा होता है और ओव्यूलेशन जल्दी हो जाता है, तो अंडाणु पहले से ही फैलोपियन ट्यूब में हो सकता है जब मासिक धर्म शुरू होता है। इस स्थिति में, यदि किसी महिला का पीरियड्स 5-7 दिनों तक रहता है और वह चक्र के अंत में यौन संबंध बनाती है, तो स्पर्म अगले ओव्यूलेशन तक जीवित रह सकते हैं और निषेचन कर सकते हैं।

स्पर्म का जीवनकाल –

स्पर्म का जीवनकाल 3 से 5 दिनों तक होता है। यदि मासिक धर्म के दौरान यौन संबंध बनाए जाते हैं, तो स्पर्म कुछ दिनों तक महिला के शरीर में जीवित रह सकते हैं। यदि ओव्यूलेशन जल्दी हो जाता है, तो यह स्पर्म अंडाणु को निषेचित कर सकते हैं।

अनियमित चक्र –

जिन महिलाओं का मासिक धर्म चक्र अनियमित होता है, उनमें यह अनुमान लगाना मुश्किल हो सकता है कि ओव्यूलेशन कब होगा। ऐसे मामलों में, पीरियड्स के दौरान भी ओव्यूलेशन संभव हो सकता है, जिससे प्रेग्नेंसी की संभावना बढ़ जाती है।

स्पॉटिंग और ओव्यूलेशन –

कभी-कभी ओव्यूलेशन के समय हल्का रक्तस्राव (स्पॉटिंग) हो सकता है, जिसे महिलाएं मासिक धर्म समझ सकती हैं। यदि इस समय यौन संबंध बनाए जाते हैं, तो प्रेग्नेंसी की संभावना अधिक होती है।

3. प्रेग्नेंसी से बचाव के उपाय –

यदि आप पीरियड्स के दौरान, किसी अन्य समय प्रेग्नेंसी से बचना चाहती हैं। तो गर्भनिरोधक उपायों का उपयोग करना आवश्यक है। कंडोम, गर्भनिरोधक गोलियां, अंतर्गर्भाशयी उपकरण और अन्य विधियाँ आपको अनचाही प्रेग्नेंसी से बचा सकती हैं। इसके अलावा, आपको अपने मासिक धर्म चक्र को समझने की सलाह दी जाती है ताकि आप अपने शरीर की प्रक्रियाओं के बारे में अधिक जान सकें और बेहतर निर्णय ले सकें।

प्रेग्नेंसी से बचाव के उपाय

4. मिथक और वास्तविकता –

कई मिथक और गलत धारणाएँ पीरियड्स के दौरान प्रेग्नेंसी के बारे में प्रचलित हैं। एक आम मिथक यह है कि पीरियड्स के दौरान यौन संबंध बनाने से प्रेग्नेंसी की कोई संभावना नहीं होती। यह पूरी तरह से सच नहीं है, क्योंकि उपरोक्त परिस्थितियों में प्रेग्नेंसी संभव हो सकती है। यह समझना महत्वपूर्ण है कि मासिक धर्म चक्र बहुत व्यक्तिगत होता है और हर महिला के लिए अलग-अलग होता है।

5. स्वास्थ्य देखभाल और परामर्श –

यदि आपको पीरियड्स के दौरान प्रेग्नेंसी की संभावना के बारे में कोई सवाल है या आप गर्भनिरोधक उपायों के बारे में अधिक जानकारी चाहती हैं, तो आपको अपने स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता से परामर्श करना चाहिए। वे आपकी व्यक्तिगत स्थिति को समझकर आपको सही सलाह दे सकते हैं। जिसे ऐसी विधियाँ चुनने में मदद कर सकते हैं जो आपके लिए सबसे उपयुक्त हों।

हालांकि पीरियड्स के दौरान प्रेग्नेंसी की संभावना कम होती है, यह पूरी तरह से असंभव नहीं है। यह महिला के मासिक धर्म चक्र की लंबाई, ओव्यूलेशन के समय, और अन्य कारकों पर निर्भर करता है। इसलिए, यदि आप गर्भनिरोधक का उपयोग नहीं कर रही हैं। तो पीरियड्स के दौरान भी प्रेग्नेंसी की संभावना को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। समझदारी से निर्णय लेने के लिए गर्भनिरोधक उपायों का उपयोग करें, और जरूरत पड़ने पर चिकित्सकीय सलाह लें।

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निष्कर्ष –

पीरियड में प्रेग्नेंसी हो सकती है इस मिथक को दूर करना और सटीक जानकारी प्राप्त करना आवश्यक है, ताकि महिलाएं अपने प्रजनन स्वास्थ्य के बारे में सही निर्णय ले सकें और अनचाही प्रेग्नेंसी से बच सकें।

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