मोटिवेशनल कहानी छोटी सी|Motivational Story in Hindi

हेलो बच्चों मैं आप लोगों के लिए मोटिवेशनल कहानी छोटी सी लिखने जा रहा हूं। जिसे पढ़कर आपको बेहद पसंद आएगा , और कहानी के माध्यम से आपको बहुत कुछ सीखने को मिल सकता है। अपने जीवन को सफल , कामयाब बनाने में काफी मदद मिलेगी। इस कहानी का मुख्य उद्देश्य हैं, कि बच्चों को शिक्षा प्रदान करना।

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1. कछुआ और खरगोश की कहानी

कछुआ और खरगोश की कहानी एक प्रसिद्ध कथा है जिसमें खरगोश अपनी तेज गति पर घमंड करता है और कछुए को धीमा कहता है। दोनों दौड़ की प्रतियोगिता में भाग लेते हैं, और खरगोश अपने आत्मविश्वास के कारण बीच में सो जाता है। इस बीच, कछुआ लगातार आगे बढ़ता रहता है और अंततः दौड़ जीत जाता है। इस कहानी से सिखने को मिलता है कि धैर्य और निरंतर प्रयास से सफलता मिलती है, चाहे आप कितने ही धीमे क्यों न हों।

कछुआ और खरगोश की कहानी

2. कृष्ण और सुदामा की कहानी

भगवान कृष्ण और उनके बचपन के दोस्त सुदामा की कहानी सच्ची दोस्ती का प्रतीक है। गरीब सुदामा अपनी मित्रता की खातिर कृष्ण से मिलने जाते हैं, और कृष्ण उनकी स्थिति देखकर उन्हें ढेर सारा धन दे देते हैं। यह कहानी सिखाती है कि सच्ची मित्रता में स्वार्थ नहीं होता, और मित्र की मदद करना ही सच्चा धर्म है।

कृष्ण और सुदामा की कहानी

3. दीपक की कहानी

एक छोटे से गांव में एक दीपक था, जो रात में रोशनी करता था। लेकिन उसे लगता था कि उसकी रोशनी बहुत कम है और वह किसी काम का नहीं। एक दिन तूफान आया और पूरे गांव में अंधेरा हो गया। तब दीपक की छोटी सी रोशनी ने पूरे गांव को प्रकाश दिया। यह कहानी हमें सिखाती है कि किसी भी छोटे योगदान को कम नहीं आंकना चाहिए, क्योंकि कठिन समय में वह बड़ा सहारा बन सकता है।

4. दो दोस्तों की कहानी

दो दोस्त रेगिस्तान में सफर कर रहे थे। एक दिन उनका झगड़ा हो गया, और एक ने दूसरे के गाल पर थप्पड़ मार दिया। दूसरा दोस्त दुखी हुआ लेकिन उसने रेत पर लिखा “आज मेरे दोस्त ने मुझे थप्पड़ मारा”। अगले दिन, वह दोस्त जिसने थप्पड़ मारा था, दूसरे की जान बचाई। इस बार, उसने पत्थर पर लिखा “आज मेरे दोस्त ने मेरी जान बचाई”। यह कहानी सिखाती है कि बुरे वक्त को भूल जाना चाहिए और अच्छे वक्त को हमेशा याद रखना चाहिए।

5. गुरु और शिष्य की कहानी

एक गुरु अपने शिष्य को जीवन का सबसे बड़ा पाठ सिखाने के लिए एक बीज देता है। शिष्य बीज को रोपता है और उसकी देखभाल करता है। समय के साथ, बीज एक बड़ा पेड़ बन जाता है। गुरु उसे समझाते हैं कि जीवन में धैर्य और मेहनत से ही बड़े लक्ष्य प्राप्त किए जा सकते हैं। यह कहानी सिखाती है कि कोई भी बड़ा लक्ष्य तुरंत हासिल नहीं होता; इसके लिए समय और निरंतर प्रयास की आवश्यकता होती है।

गुरु और शिष्य की कहानी

6. लकड़हारा की कहानी

एक गरीब लकड़हारा जंगल में लकड़ी काटकर अपनी जीविका चलाता था। एक दिन उसकी कुल्हाड़ी नदी में गिर गई और वह उदास हो गया। नदी की देवी प्रकट हुईं और उसे सोने और चांदी की कुल्हाड़ी दीं, लेकिन लकड़हारे ने उन्हें अस्वीकार कर दिया और अपनी पुरानी कुल्हाड़ी वापस मांगी। देवी उसकी ईमानदारी से प्रसन्न हुईं और उसे तीनों कुल्हाड़ियां दे दीं। इस कहानी से सिखने को मिलता है कि ईमानदारी सबसे बड़ी पूंजी है।

7. नाव की कहानी

एक छोटा बच्चा हर बारिश में कागज की नाव बनाता और पानी में तैराता। एक दिन उसकी नाव एक गड्ढे में फंस गई, लेकिन बच्चे ने हार नहीं मानी और उसे बाहर निकालने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा दी। आखिरकार, वह सफल हुआ और उसकी नाव फिर से तैरने लगी। यह कहानी हमें सिखाती है कि समस्याएं कितनी भी बड़ी क्यों न हों, अगर हम प्रयास करते रहें, तो हम उन्हें हल कर सकते हैं।

8. चिड़िया और किसान की कहानी

एक बार एक किसान ने अपनी फसल बचाने के लिए चिड़िया के घोंसले को हटाने का निर्णय लिया। चिड़िया ने कहा कि वह जल्द ही उड़ जाएगी, लेकिन किसान ने इंतजार नहीं किया। उसने घोंसला तोड़ दिया। कुछ दिनों बाद, चिड़िया ने एक नया घोंसला बना लिया। इस बार किसान ने घोंसले को नहीं छेड़ा। चिड़िया ने किसान के धैर्य को देखा और अपनी मर्जी से उड़ गई। यह कहानी सिखाती है कि धैर्य और संयम से किसी भी परिस्थिति को सुलझाया जा सकता है।

चिड़िया और किसान की कहानी

9. मित्रता की कहानी

दो दोस्त जंगल में सफर कर रहे थे जब अचानक एक भालू उनके सामने आ गया। एक दोस्त ने बिना सोचे-समझे पेड़ पर चढ़कर अपनी जान बचाई, जबकि दूसरे दोस्त ने अपने आप को मरा हुआ दिखाया। भालू ने उसकी जांच की और चला गया। इस घटना के बाद, दूसरे दोस्त ने कहा, “भालू ने मुझे कान में कहा कि सच्चे दोस्त वही होते हैं जो मुश्किल वक्त में साथ न छोड़ें।” इस कहानी से सीख मिलती है कि सच्ची मित्रता की पहचान विपरीत परिस्थितियों में होती है।

10. नदी और पहाड़ की कहानी

एक नदी और पहाड़ की बातचीत होती है। पहाड़ अपनी ऊँचाई पर गर्व करता है और कहता है कि वह नदी से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण है। लेकिन नदी अपनी सरलता और धैर्य से बहती रहती है। अंत में, वह पहाड़ को काटकर अपना रास्ता बना लेती है। यह कहानी हमें सिखाती है कि कठिनाइयों के सामने भी निरंतर प्रयास से हम अपने लक्ष्य तक पहुँच सकते हैं।

नदी और पहाड़ की कहानी

11. नदी की कहानी

एक नदी अपने मार्ग में आने वाली हर बाधा को पार करती हुई समुद्र तक पहुँचती है। रास्ते में पहाड़, चट्टानें, और घने जंगल उसकी राह में आते हैं, लेकिन वह उन्हें काटते हुए अपने मार्ग पर आगे बढ़ती है। इस कहानी से सिखने को मिलता है कि जीवन में आने वाली कठिनाइयों को पार कर निरंतर आगे बढ़ते रहना ही सफलता का मार्ग है।

12. गाय की देखभाल

एक गांव में एक गरीब किसान था जिसके पास एक गाय थी। किसान अपनी गाय की अच्छी तरह देखभाल करता था और गाय भी उसे पर्याप्त दूध देती थी। लेकिन एक दिन किसान आलसी हो गया और गाय की देखभाल नहीं की। धीरे-धीरे, गाय बीमार हो गई और दूध देना बंद कर दिया। यह कहानी सिखाती है कि जो हमें कुछ देता है, उसकी देखभाल करना हमारी जिम्मेदारी है, नहीं तो हम उसे खो सकते हैं।

13. चींटी की मेहनत

एक छोटी चींटी ने देखा कि उसका भोजन एक बड़े पत्थर के नीचे फंसा हुआ है। उसने अपने साथियों के साथ मिलकर उसे निकालने का प्रयास किया। सभी ने मिलकर प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। लेकिन चींटी ने हार नहीं मानी और दिन-रात मेहनत करके पत्थर को हटाकर अपना भोजन प्राप्त किया। इस कहानी से सीख मिलती है कि कठिन परिस्थितियों में भी मेहनत और सहयोग से हम किसी भी समस्या का समाधान कर सकते हैं।

चींटी की मेहनत

14. धैर्य की कहानी

एक बार एक व्यक्ति ने हार मान ली और जीवन से निराश हो गया। उसने भगवान से शिकायत की कि उसे बहुत समस्याएँ हैं। भगवान उसे एक जंगल में ले गए और एक बांस के पेड़ और फर्न के पौधे दिखाए। फर्न जल्दी से बढ़ गया, लेकिन बांस ने वर्षों तक कोई विकास नहीं दिखाया। परंतु अंततः, बांस ने एक दिन बहुत तेजी से बढ़ना शुरू कर दिया। भगवान ने समझाया कि हर चीज का अपना समय होता है और धैर्य रखने वालों को सफलता मिलती है। यह कहानी सिखाती है कि धैर्य और संयम से हम जीवन में बड़ी उपलब्धियाँ हासिल कर सकते हैं।

15.सफलता की कहानी

एक बार एक राजा ने अपने तीन बेटों को अलग-अलग कार्य दिए और कहा कि जो सबसे अच्छी तरह से काम करेगा, वही अगला राजा बनेगा। पहले दो बेटों ने बड़े-बड़े काम किए, लेकिन तीसरे बेटे ने छोटे-छोटे कार्यों को ईमानदारी से पूरा किया। राजा ने उसे ही अपना उत्तराधिकारी बनाया, क्योंकि वह समझ गया था कि असली सफलता छोटे कार्यों में भी ईमानदारी और मेहनत से मिलती है। यह कहानी सिखाती है कि बड़ी उपलब्धियाँ हमेशा बड़े कार्यों से ही नहीं, बल्कि छोटे कार्यों में भी निष्ठा और मेहनत से मिल सकती हैं।

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निष्कर्ष –

इस मोटिवेशनल कहानी छोटी सी के माध्यम से हमारे जीवन में धैर्य एवं संयम बनाए रखना चाहिए। जिस तरह दीपक अंधकार में रोशनी देती उसी प्रकार आने वाली हर मुश्किल से मुश्किल परिस्थितियों को पार करके निरंतर आगे बढ़ते रहना ही सफलता का मार्ग है।

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