हेलो बच्चों मैं आप लोगों के लिए छोटी कहानी इन हिंदी लिखने जा रहा हूं। जिसे पढ़कर आपको बेहद पसंद आएगा , और कहानी के माध्यम से आपको बहुत कुछ सीखने को मिल सकता है। अपने जीवन को सफल , कामयाब बनाने में काफी मदद मिलेगी। इस कहानी का मुख्य उद्देश्य हैं, कि बच्चों को शिक्षा प्रदान करना।
1. सच्चाई की जीत
एक बार की बात है, एक गाँव में दो भाई रहते थे—राम और श्याम। राम हमेशा सच्चाई के रास्ते पर चलता था, जबकि श्याम झूठ बोलने और दूसरों को धोखा देने में विश्वास रखता था। एक दिन गाँव के मुखिया ने घोषणा की कि गाँव में छिपा हुआ खजाना मिलेगा, लेकिन सिर्फ उस व्यक्ति को जो सच्चा और ईमानदार होगा। श्याम ने झूठ बोलकर खजाने को पाने की कोशिश की, लेकिन वह असफल रहा। वहीं, राम ने सच्चाई का साथ दिया और मुखिया ने उसे खजाना सौंप दिया। इस प्रकार, सच्चाई की जीत हुई।

2. दोस्ती का फर्ज
राहुल और समीर बचपन के दोस्त थे। दोनों एक ही स्कूल में पढ़ते थे और हर काम साथ में करते थे। एक बार समीर की तबियत अचानक खराब हो गई, और उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। डॉक्टरों ने बताया कि समीर की जान बचाने के लिए तुरंत खून की जरूरत है। राहुल ने बिना सोचे-समझे अपना खून देने का फैसला किया और समीर की जान बचाई। समीर ने राहुल का धन्यवाद किया और उनकी दोस्ती और भी मजबूत हो गई।
3. लालच बुरी बला
एक जंगल में दो शेर रहते थे। एक दिन उन्हें एक मोटा हिरण दिखाई दिया। दोनों शेरों ने सोचा कि अगर वे मिलकर इस हिरण को मार लें, तो उनके पास कई दिनों का खाना हो जाएगा। लेकिन जैसे ही उन्होंने हिरण को पकड़ने की कोशिश की, दोनों में झगड़ा हो गया कि हिरण किसका होगा। इसी झगड़े में हिरण बचकर भाग गया और दोनों शेर भूखे रह गए। इस कहानी से हमें सीख मिलती है कि लालच बुरी बला है।

4. समय का महत्व
एक बार की बात है, एक किसान अपने खेत में काम करता था। उसके तीन बेटे थे, जो बहुत आलसी थे। किसान ने उन्हें कई बार समझाया कि समय का महत्व समझो और मेहनत करो, लेकिन वे नहीं माने। एक दिन किसान बीमार हो गया और उसने अपने बेटों से कहा कि खेत में गड़ा हुआ खजाना निकाल लो। तीनों ने खेत की खुदाई शुरू की, लेकिन उन्हें कोई खजाना नहीं मिला। लेकिन इस खुदाई से खेत की उपज बढ़ गई, और किसान ने कहा, “यही खजाना है, मेहनत का फल।”
5. ज्ञान का सही उपयोग
एक गाँव में एक पंडित रहते थे, जो बहुत ज्ञानी थे। गाँव के लोग उनके पास हर समस्या का हल पूछने आते थे। एक दिन एक युवक ने पंडित से पूछा, “आपके पास इतना ज्ञान है, फिर भी आप गरीब क्यों हैं?” पंडित मुस्कराए और बोले, “ज्ञान का सही उपयोग वही है, जो दूसरों की भलाई के लिए किया जाए। मेरा ज्ञान मेरे लिए नहीं, बल्कि समाज की सेवा के लिए है।” युवक ने यह सुनकर पंडित की बहुत प्रशंसा की।
6. छोटी सोच का परिणाम
एक गाँव में मोहन नाम का व्यक्ति रहता था, जो हमेशा छोटी-छोटी बातों पर परेशान हो जाता था। एक दिन उसे एक साधु मिले। साधु ने उससे कहा, “तुम्हारी समस्याओं का कारण तुम्हारी छोटी सोच है। अगर तुम बड़ी सोच रखोगे, तो समस्याएं छोटी हो जाएंगी।” मोहन ने साधु की बात मान ली और धीरे-धीरे उसकी सोच बदल गई। अब वह हर समस्या का समाधान बड़े धैर्य और समझदारी से करता था।
7. मेहनत का फल
रामू एक गरीब किसान था। उसके पास थोड़ी सी जमीन थी, जिसमें वह दिन-रात मेहनत करता था। एक दिन उसके खेत में बहुत अच्छे फसल उगे। गाँव के सभी लोग उसकी मेहनत की प्रशंसा करने लगे। रामू ने अपनी मेहनत से यह साबित कर दिया कि अगर इंसान ईमानदारी और मेहनत से काम करे, तो सफलता जरूर मिलती है।
8. अहंकार का नाश
एक बार एक राजा था, जो बहुत अहंकारी था। उसे अपनी शक्ति और संपत्ति पर बहुत गर्व था। एक दिन एक साधु उसके दरबार में आया और उससे कहा, “राजा, अहंकार का नाश होता है।” राजा ने इसे मजाक समझा और साधु का अपमान कर दिया। कुछ समय बाद, राजा की सेना युद्ध में हार गई और उसकी संपत्ति लुट गई। राजा को अपनी गलती का एहसास हुआ और उसने साधु से माफी मांगी। साधु ने उसे सच्चाई का रास्ता अपनाने की सलाह दी।
9. पेड़ की सीख
एक छोटे से गाँव में एक बहुत बड़ा पेड़ था, जो गाँव के लोगों को छाया और फल देता था। एक दिन गाँव के कुछ लोग उस पेड़ को काटने का सोचने लगे। लेकिन जैसे ही वे पेड़ के पास पहुंचे, पेड़ ने कहा, “मैं तुम्हें छाया और फल देता हूँ, और बदले में तुम मुझे काटना चाहते हो?” यह सुनकर लोगों को अपनी गलती का एहसास हुआ और उन्होंने पेड़ को बचा लिया। इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि हमें प्रकृति का सम्मान करना चाहिए।

10. आत्मनिर्भरता
एक बार एक राजा ने अपने तीन बेटों को आत्मनिर्भर बनने की सीख दी। उसने तीनों को अलग-अलग कार्य दिए और कहा कि जो भी सबसे अच्छा काम करेगा, वही अगला राजा बनेगा। तीनों बेटों ने मेहनत से काम किया, लेकिन सबसे छोटे बेटे ने अपनी मेहनत और समझदारी से सबसे अच्छा काम किया। राजा ने उसे अपना उत्तराधिकारी बनाया और कहा, “आत्मनिर्भरता ही सच्ची सफलता है।”
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निष्कर्ष –
उम्मीद हैं कि आपको इस कहानी के माध्यम से अपने आप में आत्मनिर्भर बना रहना चाहिए।अपने आप पर अंहकार कभी नहीं करनी चाहिए। बुरे समय पर दोस्तों की मदद करनी चाहिए। भविष्य में आने वाले हर मुश्किलों का सामना करने के लिए तत्पर रहना चाहिए।